Monday, August 11, 2008

hindi

हिन्दी ने वरदान दिया ,जीने का अभिमान दिया
इसकी सेवा में मन प्राण अपने लगायेंगे
जन-जन की प्यारी भाषा यह
उन्मुक्त उड़ने की अभिलाषा यह
अपने संग सबको आगे लेजायेगी ,
मन और बुद्धि की सच्ची आजादी क्या है
इसकी परिभाषा बतलाएगी .